मोहताज
November 15, 2023
अर्चना कोहली 'अर्चि' / November 18, 2022
” सुन देवेश। मैं तेरी बिटिया के लिए एक रिश्ता लाई हूँ। बहुत ही अच्छा रिश्ता है। बस उम्र कुछ बड़ी है”।
“काकी। कौन हैं, किस जात के हैं”?
“वही मिश्रा जी का बड़ा बेटा रोहित, जिसकी जोरू एक महीने पहले ही खत्म हुई”।
ऐसी बात करते आपको लाज नहीं आई काकी। फूल सी मेरी बेटी को विधुर से ब्याहने का आपने सोचा भी कैसे! फिर उसकी छह साल की एक बेटी भी है”, देवेश ने क्रोध से कहा।
“तेरी बेटी कौन-सी कहीं की राजकुमारी है। काला तवा है। उसे ब्याहने कोई राजकुमार तो नहीं आने वाला”। काकी ने व्यंग्य से कहा।
“काकी! मेरी बेटी मुझ पर बोझ नहीं। मैं जीते जी अपनी बेटी को कुएं में नहीं धकेलूंगा। भले ही वह सारी जिंदगी कुंवारी रह जाए। मेरी बेटी मेरा स्वाभिमान है, बोझ नहीं”।
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