Poems


Poems

योग

अर्चना कोहली 'अर्चि' / July 9, 2022

स्वस्थ जीवन जीने की कला है योग

इससे शरीर रहता है सदैव ही निरोग।

दूर करे हर तरह के रोग और विकार

समाहित पूर्ण जीवन-शैली का सार।।

रोगों को जड़ से मिटा देता योगासन

तनाव-चिंता का इससे होता निदान।

स्फूर्ति-सौंदर्य का यही है प्रमुख राज़

तन-मन-आत्मा संग लाने का काज।।

मानसिक-शारीरिक ऊर्जा का संचार

अव्यस्थित जीवन-शैली का है सुधार।

योग से मन-मस्तिष्क होता है एकाग्र

इससे ही तो शांत होता स्वभाव उग्र।।

योग से ही होता इंद्रियों पर  नियंत्रण

विषैले तत्वों का तन से हो निष्क्रमण।

वात-पित्त-कफ का इससे होता शमन

उत्तम स्वास्थ्य से शरीर बनता चंदन।।

नकारात्मक भावों का होता है संहार

सकारात्मकता का हो जाता है प्रसार।

अनियमित आहार है रोगों का कारण

संतुलन बना योग करता है निराकरण।।

योग ही होता दीर्घायु पाने का मूलमंत्र

तन के लचीलेपन का भी यही है यंत्र।

भारत में अति प्राचीन है योग-इतिहास

इससे ही जीवन में खुशी का हो वास।।

अनुलोम-विलोम हो या हो प्राणायाम

योग ही गढ़ता है सफलता के आयाम।

भक्ति-शक्ति का अद्भुत समन्वय योग

योग से दूर हो सभी तरह का वियोग।।

अर्चना कोहली ‘अर्चि’

चित्र आभार: गूगल से

Related Post

Reply to Archana

Contact

We'd love to hear from you! Send us a message using the form below.

Address

Sector-31 Noida,
Noida, U.P.(201301), India

Email Us

contact@archanakohli.com

archanakohli67@gmail.com