Poems


Poems

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी

अर्चना कोहली 'अर्चि' / October 2, 2021

कृशकाय तनु लेकिन इरादा अटल था

साधन अल्प पर देश-प्रेम प्रबल था।

सत्य-अहिंसा-शांति को ढाल बनाया

देश पर गांधी जी ने सब अर्पण किया।।

बम-तोप भी लाठी के आगे हार गए

अहिंसा-समिधा से आजाद करवा गए।

चरखे खादी से आत्मनिर्भर बना दिया

स्वाभिमान से रहना हमें सिखा दिया।।

भेद-भाव-भित्ति से देश संकुचित था

अस्पृश्यता के भंवर में देश व्यथित था।

आत्मबल से  मिटाने का संकल्प लिया

एकता की राह पर देश को चला दिया।।

डांडी मार्च से फिरंगियों को हिला दिया

पैदल ही समर्थकों संग सफर तय किया।

रवींद्रनाथ ठाकुर से महात्मा नाम दिया

तो सुभाष चंद्र ने राष्ट्रपिता कह बुलाया।।

सत्कर्मों से गांधी जी अति महान बने थे

अनेक मुख्य आंदोलनों के प्रणेता बने थे।

स्वच्छ भारत का सपना इन्होंने देखा था

उसी की डगर पर आज समस्त  देश है।।

अंग्रेजों भारत छोड़ो का नारा दिया था

देश से उन्हें भगाकर ही दम लिया था।

सदा चले सादा जीवन उच्च विचार पर

बल दिया इन्होंने सात्विक भोजन पर।।

महानता की पराकाष्ठा हैं राष्ट्रपिता गांधी

मातृ-पितृ भक्ति की एक मिसाल गांधी।

आज भी भारत की आत्मा में बसते हैं

युगपुरुष गांधी हरेक के मन में बसते हैं।।

Related Post

Reply to Archana

Contact

We'd love to hear from you! Send us a message using the form below.

Address

Sector-31 Noida,
Noida, U.P.(201301), India

Email Us

contact@archanakohli.com

archanakohli67@gmail.com