Poems


Poems

अश्क

अर्चना कोहली 'अर्चि' / August 16, 2021

आँसुओं के साथ हमारा अजीब नाता है

गम हो या खुशी बहने को बेताब रहता है।

दुख से जब दिल हमारा भारी हो जाता है

तब आँसू ही शांत हमारा मन कर देता है।

अपार खुशी जब जीवन में किसी को मिलती

तब खुशी व्यक्त करने को आँखें भर आती।

बेटी जब दुलहन बनकर घर से विदा होती

तब अश्क बहाकर ही जी वह हलका करती।

जिंदगी में जब अपना कोई बिछड़ जाता

तो जिंदगीभर का गम आँसू रूप में  दे देता।

खुशी हो या गम अश्क अलग-अलग रूप दिखलाता

कभी खोने का तो कभी पाने की बात बतला जाता।

जिंदगी में अश्क का हरेक रूप ही निराला होता

कभी क्रंदन तो कभी उल्लास दिखला जाता।

Related Post

Reply to Archana

Contact

We'd love to hear from you! Send us a message using the form below.

Address

Sector-31 Noida,
Noida, U.P.(201301), India

Email Us

contact@archanakohli.com

archanakohli67@gmail.com